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Parts Of Keyboard - कीबोर्ड के भाग

अपडेट करने की तारीख: 29 नव॰ 2021


Information Technology - Parts Of Keyboard | Crative Bloke

हम की-बोर्ड की संरचना के आधार पर इसकी कुंजियो को छ: भागो में वर्गिकृत किया जा सकता हैं; • Alphanumeric Or Typewriter Keys ( अक्षरांकीय या टाइपराइटर कुंजियाँ ) • Numeric Keypad ( संख्यात्मक की-पैड ) • Functions Keys ( फंक्शंस कूंजी ) • Special Purpose Keys ( विशेष प्रयोजन कुंजी ) • Modifier Keys ( संशोधक कुंजियाँ ) • Courser Movement Keys ( कर्सर मूवमेंट कुंजी ) • Other Four Cursor Control Keys ( अन्य चार कर्सर नियंत्रण कुंजियाँ )

01 | Alphanumeric Keys ( अक्षरांकीय या टाइपराइटर कुंजियाँ )

अल्फानुमेरिक बटन यह की-बोर्ड के केन्द्र में स्थित होता हैं। इसमें अंग्रेजी वर्णमाला के A से Z तक के अक्षर, नम्बर 0 से 9 तक की संख्या और विशेष सिंबॉल (प्रतीक) जैसे कि @, #, $, %, ^, *, &, +, !, = आदि होते हैं। इस खंड में अंको, चिन्हों, तथा वर्णमाला के अतिरिक्त चार कुंजियाँ Tab, Caps Lock, Backspace तथा Enter कुछ विशिष्ट कार्यों के लिये होता हैं।

02 | Numeric Key-Pad ( संख्यात्मक की-पैड )

"कीबोर्ड की दायीं ओर कैलकुलेटर के समान स्थित कुंजियों को संख्यात्मक की-पैड कहा जाता हैं।" न्यूमेरिक की-पैड में लगभग 17 कुंजियाँ होती हैं। जिनमे से 0 से 9 तक के अंक, नमलॉक बटन (Num Lock), अप, डाउन, लेफ्ट और राइट तथा गणितीय ऑपरेटर (Mathematics operators) जैसे कि + (जोड़), - (घटाव), * (गुणा), / (भाग) और Enter Key होता हैं। इनका प्रयोग संख्यात्मक डाटा को तीव्र गति से भरने के लिए किया जाता हैं। 📝Note:- ध्यान रहें कि 0 से 9 तक की संख्याओं की कुंजियां अल्फानुमेरिक कुंजी पर भी होते हैं तथा दोनों का समान परीणाम होता हैं।

Two Types Work Of Numeric Keypad ( न्यूमेरिक की-पैड के दो प्रकार के कार्य )

न्यूमेरिक की-पैड की कुछ कुंजियां दो प्रकार से कार्य करते हैं। इन कुंजियों का प्रयोग कीबोर्ड द्वारा कर्सर को एक स्थान से दुसरे स्थान तक ले जानें के लिए माउस के विकल्प के रूप में भी किया जाता हैं। अत: इन्हें कर्सर नियंत्रण कुंजी (Cursor Control Key) भी कहा जाता हैं। इनका उपयोग कंप्यूटर गेम को नियंत्रित करने में भी किया जाता हैं। यदि Num Lock कुंजी ऑन हैं तो Numeric Key-Pad का उपयोग संख्याओं को टाइप करने के लिए होता हैं। यदि Num Lock कुंजी ऑफ हैं तो इन कुंजियों का प्रयोग एरो कूंजी (Arrow Key) तथा End, Home, Page Up, Page Down, Insert और Delete फंक्शंस के तौर पर किया जाता हैं। Num Lock कुंजी ऑफ होने पर इनसे संखाएँ टाइप नहीं की जा सकती हैं। किसी-किसी कीबोर्ड में Num Lock ऑन होने पर एक हरी या पीली बत्ती जलती हैं।

03 | Functions Keys ( फंक्शंस कूंजी )

यह की-बोर्ड के सबसे ऊपर में होती हैं। जिसमें ये 1 से 12 तक की फंक्शन कुंजियाँ होती हैं। जो क्रमश: F1, F2, F3, F4, F5, F6, F7, F8, F9, F10, F11 और F12 तक होता हैं। ये कुंजियाँ निर्देशों को शॉट-कट के रूप में प्रयोग करने में सहायक होती हैं, इन कुंजियों के कार्य सॉफ्टवेयर के अनुरूप वक्त के साथ बदलते रहते हैं। इससे समय की बचत होती हैं।

04 | Special Purpose Keys ( विशेष उद्देश्य कूंजी )

"कंप्यूटर कीबोर्ड के कुछ कुंजियों को किसी खास उद्देश्य के लिए बनाए जाते हैं, जिन्हें विशेष उद्देश्य कूंजी कहा जाता हैं।" ये कुंजियाँ कुछ विशेष कार्यों को करने के लिये प्रयोग किए जाते हैं। जैसे- Sleep, Power, Volume, Start, Shortcut, Esc, Tab, Insert, Delete, Print SysRq, Scroll Lock और Pause Break इत्यादि। ये कुंजियाँ नये ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ विशेष कार्यों के अनुरूप होती हैं।

Some Special Purpose Key & Function ( कुछ विशेष प्रयोजन कुंजी और कार्य )

कुछ विशेष उदेश्य कुंजियां और उनके कार्य इस प्रकार हैं;

Num Lock Key ( न्यूमेरिक लॉक कुंजी )

इसका प्रयोग संख्यात्मक कुंजियों के साथ किया जाता हैं। नम लॉक (Num Lock) ऑन होने पर कीबोर्ड के ऊपर दायीं ओर एक हरी या पीली बत्ती (लाइट) जलती हैं तथा संख्यात्मक की-पैड की कुंजी के ऊपर लिखीं संख्याएं टाइप करते हैं। नम लॉक (Num Lock) ऑफ होने पर ये कुंजियां निचे लिखें कार्य को संपन्न करते हैं।

Caps Lock Key ( कैप्स लॉक कुंजी )

इस कुंजी का उपयोग अंग्रेज़ी वर्णमाला को छोटे अक्षरों (Small Letters/Lowercase) या बड़े अक्षरों (Capital Letters/Uppercase) में लिखने के लिए किया जाता हैं। कैप्स लॉक कुंजी दबाने पर ऊपर दायीं ओर एक बत्ती जलती हैं तथा की-बोर्ड के संबन्धित कुंजियों द्वारा वर्णमाला को बड़े अक्षरों में लिखा जाता हैं। कैप्स लॉक कुंजी दूसरी बार दबाने पर बत्ती (लाइट) बंद हों जाती हैं और वर्णमाला के छोटे अक्षरों को टाइप किया जा सकता हैं। कैप्स लॉक ( Caps Lock) और नम लॉक (Num Lock) दोनों ही कुंजी को टॉगल कुंजी (Toggle Key) भी कहते हैं, क्योंकि हर बार कुंजी प्रेस करने पर इनका फंक्शन उल्टा (Reverse) हों जाता हैं।

Tab Key ( टैब कुंजी )

यह कर्सर को एक निश्चित दूरी, जो रूलर (Ruler) द्वारा तय की जा सकती हैं, तक 5 कैरेक्टर का स्थान देने के लिए किया जाता हैं। किसी चार्ट, टेबल या एक्सेल प्रोग्राम में एक खाने से दुसरे खाने तक जानें के लिए भी हम टैब कुंजी का प्रयोग किया जाता हैं। टैब कुंजी से वर्ड प्रोग्राम में पैराग्राफ को इंडेंट (Indent) भी किया जा सकता हैं। इसके द्वारा डायलॉग बॉक्स में उपलब्ध विकल्पों में से किसी एक का चयन भी किया जा सकता हैं। इसका उपयोग हम Alt+Tab शॉर्टकट कुंजी का उपयोग करके हम खुले हुए विभिन्न विंडो में, एक विंडो से दुसरे विंडो में जानें के लिए भी किया जाता हैं।

Enter Key ( एंटर कुंजी )

कंप्यूटर को दिए गए निर्देशों को क्रियान्वित करने के लिए तथा स्क्रीन पर टाइप डाटा को कंप्यूटर में भेजने के लिए एंटर कुंजी का प्रयोग किया जाता हैं। वर्ड प्रोसेसिंग प्रोग्राम में नया पैराग्राफ या लाइन आरंभ करने का कार्य भी इससे किया जाता हैं। कभी कभी, कीबोर्ड में एंटर कुंजी को पहचान के लिए एक विशेष आकार प्रदान किया जाता हैं।

Esc - Escape Key ( एस्केप कुंजी )

इस कुंजी का प्रयोग पिछले कार्य को समाप्त करने या किसी चालू प्रोग्राम के बाहर जानें (Exit) के लिए होता हैं। इसका इस्तेमाल हम टैली सॉफ्टवेयर में ज्यादा किया जाता हैं, जिससे हम इस सॉफ़्टवेयर को बंद (Close) करने के लिए, एक स्टेप पीछे जानें के लिए किया जाता हैं।

Back Space Key ( बैक स्पेस कुंजी )

इसके प्रयोग से कर्सर के ठीक बायीं ओर स्थित कैरेक्टर या स्पेस (जगह) को एक-एक कर मिटाया जाता हैं। इसका उपयोग टाइपिंग के समय गलतियों को ठीक करने में किया जाता हैं।

Del - Delete Key ( डिलीट कुंजी )

इसका उपयोग हम कर्सर के ठीक दायीं ओर स्थित कैरेक्टर या स्पेस को एक एक कर मिटाने के लिए किया जाता हैं। इससे कर्सर के बाद के सभी डाटा एक स्थान से बायीं ओर खिसक जाते हैं। इससे चयनित शब्दों, लाइन्स, पैराग्राफ, पेज या फाइल को एक साथ डिलीट या मिटाने के लिए किया जा सकता हैं।

Print SysRq - Print Screen Key ( प्रिंट स्क्रीन कुंजी )

इससे स्क्रीन पर जो कुछ भी दिख रहा होता हैं, उसे प्रिंट या स्क्रीन शॉट लिया जा सकता हैं। प्रिंट स्क्रीन कुंजी कंप्यूटर स्क्रीन का फ़ोटो क्लिप बोर्ड में संग्रहित कर लेता हैं, जिसे बाद में किसी अन्य प्रोग्राम में पेस्ट (Paste) या एडिट किया जा सकता हैं।


Scroll Lock Key ( स्क्रॉल लॉक कुंजी )

इस कुंजी को दबाने से कंप्यूटर स्क्रीन पर आ रही सूचना एक स्थान पर रुक जाती हैं। सूचना को फिर से शुरू करने के लिए यही कुंजी दुबारा दबाना पड़ता हैं।


Pause Break Key ( पॉज ब्रेक कुंजी )

इसका कार्य स्क्रॉल लॉक कुंजी जैसा ही होता हैं। किसी भी दुसरे कुंजी को दबाने पर सूचना पुन: आनी शुरु हों जाती हैं।

Insert Key ( इंसर्ट कुंजी )

इसका उपयोग पहले से संग्रहित डाटा पर ओवरराइट (Overwrite) करने के लिए किया जाता हैं। इंसर्ट कुंजी दबाकर कोई टाइपिंग कुंजी दबाने पर कर्सर के ठीक बाद स्थित अंक या अक्षर मिट जाता हैं तथा उसके स्थान पर नया टेक्स्ट टाइप हों जाता हैं।

Space Bar ( स्पेस बार )

यह कीबोर्ड में सबसे निचली पंक्ति के बीच में स्थित सबसे बड़ी कुंजी होती हैं। सामान्यत: इसका उपयोग टाइप करते समय अक्षरों तथा अंकों के बीच खाली स्थान (स्पेस) डालने तथा कर्सर को एक स्थान दायीं ओर खिसकाने के लिए किया जाता हैं। इसे इतना बड़ा इसलिए बनाया जाता हैं ताकि हम दोनों हाथों के से टाइप करते किसी भी हाथ के अंगूठे से इसका इस्तेमाल किया जा सके। मोडिफायर कुंजी के साथ इसका प्रयोग सॉफ्टवेयर के अनुसार अन्य कार्यों के लिए भी किया जाता हैं। वीडियो गेम में भी इसे एक मुख्य बटन के रूप में प्रयोग किया जाता हैं।

Ctrl+Alt+Del - Control+Alternate+Delete Key ( कंट्रोल+ऑल्टरनेट+डिलीट कुंजी )

इन तीनों कुंजियों को एक साथ दबाने पर कंप्यूटर में चल रहे प्रोग्राम बंद हों जाते हैं तथा फिर से स्वयं शुरु वाली अवस्था में पहुंच जाता हैं। ऐसा अक्सर तब किया जाता हैं। जब हमारा कम्प्यूटर हैंग (Hang) हों जाता हैं अर्थात् किसी भी अन्य कुंजी के आदेश का पालन नहीं करता। इन कुंजियों का प्रयोग कंप्यूटर को रिस्टार्ट (Re-Start) करने के लिए भी किया जाता हैं, इसे रिसेट (Reset) भी कहते हैं।

Stick Key ( स्टिक कुंजी )

वे उपयोगकर्ता जो दो या दो से अधीक कुंजियों को एक साथ दबाने में असुविधा महसूस करते हैं, उनकी सुविधा के लिए स्टिक कुंजी का प्रयोग किया जाता हैं। इसमें उपयोगकर्ता मोडिफायर्स कुंजियों जैसे कि Ctrl, Shift, Alt या Win कुंजियों को लगातार दो बार दबाकर कर तब तक सक्रिय रख सकता हैं जब तक दूसरा कुंजी न दबा दिया जाए।

05 | Modifier Keys ( संशोधक कुंजियाँ )

"कंप्यूटर कीबोर्ड का वह कोई कुंजी या कुंजियों का समूह जिसके प्रयोग से किसी अन्य कुंजी से होने वाले कार्य में परिवर्तन हों जाता हैं, वह कुंजी मोडिफायर कुंजी कहलाता हैं।" मोडिफायर कुंजी स्वयं कोई कार्य नहीं करता हैं, परंतु दुसरे कुंजियों के कार्यों में बदलाव करता हैं। मोडिफायर कुंजी का उपयोग किसी अन्य कुंजी के साथ मिलकर किसी विशेष कार्य को संपादित करने के लिए किया जाता हैं।

इसमें चार कुंजियाँ होती हैं, जिनके नाम Shift, Alt (Alternate), Ctrl (Control) तथा Windows Key हैं। इनको अकेला दबाने पर कोई खास प्रयोग नहीं होता हैं, परन्तु जब अन्य किसी कुंजी के साथ इनका प्रयोग होता हैं तो ये उन कुंजियो के इनपुट को यह बदल देती हैं। इसलिए ये मॉडिफायर कुंजी कहलाती हैं। इन कुंजियों का अधिकतर उपयोग शॉर्टकट्स के लिए किया जाता हैं। इनका प्रयोग कंप्यूटर साफ्टवेयर के अनुसार बदलता रहता हैं। सुविधा के लिए कीबोर्ड पर Shift, Alt, Ctrl तथा Windows Key के दो-दो कुंजियां बनाए जाते हैं, जो अल्फानुमेरिक कुंजी के दोनों छोरों पर स्थित होते हैं।

Shift Key ( शिफ्ट कुंजी )

इसे संयोजन कूंजी (Combination Key) भी कहते हैं क्योंकि इसका उपयोग किसी और अन्य कुंजियों के साथ किया जाता हैं। किसी कुंजी पर दो चिन्ह रहने पर शिफ्ट कूंजी के साथ उस कूंजी को दबाने पर दूसरा चिन्ह या निचे वाला चिन्ह टाइप होता हैं। उस कुंजी को अकेले दबाने पर ऊपर लिखा चिन्ह टाइप होता हैं। अगर कैप्सलॉक कूंजी ऑन हैं, तो शिफ्ट कुंजी के साथ वर्णमाला के कूंजी दबाने पर छोटे अक्षर टाइप होते हैं। अगर कैप्सलॉक कुंजी ऑफ हैं तो शिफ्ट कूंजी के साथ वर्णमाला के कुंजी दबाने पर बड़े अक्षर टाइप होते हैं।

Alt Key ( ऑल्ट कुंजी )

यह कुंजी अन्य कुंजियों के साथ वैकल्पिक कार्य प्रदान करती हैं। उदाहरण के लिए Alt कुंजी को दबाए रखकर P कुंजी को दबाने पर PRINT टाइप हों जायेगा। इसी प्रकार I कुंजी दबाने पर Input टाइप हों जायेगा। D कुंजी दबाने पर DELETE टाइप हों जायेगा।

Ctrl Key ( कन्ट्रोल कुंजी )

इसे नियंत्रण कुंजी (Control Key) कहते हैं। यह कंप्यूटर सिस्टम को कमांड प्रदान करने के लिए उपयोग में आती हैं। इन्हें भी किसी अन्य कुंजियों के साथ उपयोग में लाया जाता हैं। यथार्थ रूप में Ctrl कुंजी क्या काम करेगा यह उस सॉफ्टवेयर पर निर्भर करता हैं, जिसका हम उस समय उपयोग कर रहे हैं।

Win Key ( विंडो कुंजी )


06 | Cursor Movement Keys ( कर्सर मूवमेंट कुंजी )

की-बोर्ड में दाएं निचले भाग में तीर के निशान वाले चार कुंजियां होती हैं, जिनसे कर्सर को दाएं (➡️), बाएं (⬅️), ऊपर (⬆️) तथा नीचे (⬇️) ले जाया जा सकता हैं। इन्हें क्रमश: दायां, बायां, ऊपर तथा निचे (Right, Left, Up & Down Arrow Key) एरो कुंजियां भी कहते हैं। इन्हें एक बार दबाने पर कर्सर एक स्थान से बाएं या दाएं या एक लाइन ऊपर या फिर एक लाइन निचे हों सकता हैं, इसलिए इसे नेविगेशन कुंजी (Navigation Key) भी कहा जाता हैं।

इन एरो कुंजियों की मदद से हम वेबसाईट पेज को भी ऊपर, नीचे करने के लिए और हम वाल्यूम को कम या ज्यादा करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता हैं। यह सॉफ्टवेयर के हिसाब से अलग अलग कार्य कर सकता हैं।

07 | Other Four Cursor Control Keys ( अन्य चार कर्सर नियंत्रण कुंजियाँ )

ठीक कर्सर मूवमेंट कुंजी या एरो कुंजी के ऊपर कर्सर कंट्रोल के लिए चार कुंजियां और होती हैं, जो इस प्रकार निम्न हैं;


Home Key ( होम कुंजी )

यह कर्सर को लाइन के प्रारंभ में ले जाता हैं। Home तथा Ctrl कुंजी को एक साथ दबाने पर कर्सर वर्तमान पेज या डॉक्युमेंट (दस्तावेज़) के आरंभ में चला जाता हैं। किसी वेब पेज को देखने के दौरान Home कुंजी दबाने पर कर्सर उस वेब पेज के प्रारम्भ में पहुंच जाता हैं।

End Key ( एंड कुंजी )

यह कर्सर को लाइन या पेज के अंत में ले जाता हैं। End तथा Ctrl कुंजी को एक साथ दबाने पर कर्सर वर्तमान पेज या डॉक्युमेंट (दस्तावेज़) के अंत में चला जाता हैं। किसी भी वेब पेज को देखने के दौरान End कुंजी दबाने पर कर्सर उस वेब पेज के अंत में पहुंच जाता हैं।

Page Up Key ( पेज अप कुंजी )

यह कर्सर को डॉक्युमेंट (दस्तावेज़) के पिछले पेज में ले जाता हैं।

Page Down Key ( पेज डाउन कुंजी )

यह कर्सर को डॉक्युमेंट (दस्तावेज़) के अगले पेज पर ले जाता हैं।

 
 
 

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