उपयोगकर्ता, प्रोग्राम उसका कार्य कैसे करता हैं, यह पता करने वाली तकनीक से सम्बंधित होने के बजाय इससे सम्बंधित होता हैं कि वे कैसे प्रोग्राम से इंटरैक्ट करते हैं तथा प्रोग्राम उनके लिए क्या करता हैं। उपयोगकर्ता के लिए डॉक्यूमेंटेशन के अंतर्गत निम्न हैं;
प्रोग्राम द्वारा किए गए कार्य का विस्तृत विवरण।
साधन जिनके द्वारा उपयोगकर्ता प्रोग्राम को डाटा देता हैं, फॉर्मेट तथा डाटा के कंटेंट्स मानों ( Content Values ) पर रोकथाम के साथ में करना हैं।
उपयोगकर्ता के लिए प्रोग्राम द्वारा उत्पादित उदाहरणों के साथ आउटपुट का विस्तृत विवरण।
किसी भी त्रुटि संदेश या अपवाद रिपोर्ट ( Exception Reports ) का विवरण जो प्रोग्राम उत्पन्न कर सकता है।
प्रोग्राम में बाद के पर्याप्त संशोधन या संवर्द्धन आदि पर कोई प्रतिबंध।
सभी स्तरों पर पर्याप्त दस्तावेज़ीकरण का अभाव अधिकांश कंप्यूटर इंस्टॉलेशन को प्रभावित करता है। प्रलेखन के उत्पादन को एक ऐसे कार्य के रूप में देखा जाना चाहिए, जो प्रोग्राम कोड के लेखन जितना ही आवश्यक और महत्वपूर्ण है।
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