बॉटम-अप डिज़ाइन एक पारंपरिक डिज़ाइन ( Traditional Design ) तकनीक है। इस तकनीक में पहले विशिष्ट कार्यों के लिए आंतरिक उपप्रोग्राम ( Subprograms ) तैयार किए जाते हैं और फिर एक पूर्ण प्रणाली में एकीकृत ( Integrated ) किया जाता है। इस तकनीक का उपयोग उन अक्सर बार-बार उपयोग किए जाने वाले उपप्रोग्रामों के लिए किया जाना चाहिए जिनकी गति पूरी समस्या की गति के लिए महत्वपूर्ण है और जिनके कार्यों को आसानी से और स्पष्ट रूप से समझा जाता है।
यह सुनिश्चित करता है कि उपप्रोग्राम के लिए सही पैरामीटर चुने गए हैं। टॉप-डाउन तकनीक बेहतर है यदि उपप्रोग्राम की सटीक प्रकृति को तब तक निर्धारित नहीं किया जा सकता जब तक कि अधिक विस्तृत विश्लेषण पूरा नहीं हो जाता। यह मुख्य प्रोग्राम के आसान डिबगिंग की अनुमति देता है। बॉटम-अप डिज़ाइन में परीक्षण और डिबगिंग के लिए अतिरिक्त कार्य की आवश्यकता होती है। अंत में एंट्री इंटीग्रेशन या समपूर्ण समाकलन का काम करना है।
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